۱۲ مهر ۱۴۰۳ |۲۹ ربیع‌الاول ۱۴۴۶ | Oct 3, 2024
تصاویر / دیدار جمعی از متولیان موقوفات حوزوی با آیت الله اعرافی

हौज़ा / पूर उत्साह के साथ हौज़ा ए इल्मिया देश के ग़य्यूर ज़िम्मेदारान, मुजाहिद रक्षकों, सेना के कमांडरों और सशस्त्र बलों को ईमानदारी से धन्यवाद देता हैं और मानव मानको के अनुसार उनका पुरजोर समर्थन करता हैं ।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हौज़ा ए इल्मिया की ओर से इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता और सिपाह, सेना और सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडरों का समर्थन और प्रशंसा का बयान, जो आयतुल्लाह अराफ़ी द्वारा जारी हुआ है इस प्रकार है:

بسم اللہ قاصم الجبارین و مبیر الظالمین बिस्मिल्लाह कासिम अल-जब्बारीन व बेरिल ज़ालेमीन

"انا من المجرمین منتقمون अना मिनल मुजरेमीना मुन्तक़ेमुन"

सिपाह और बहादुर इस्लामी सेना के बहादुर, निष्पक्ष और साहसी हमले की खबर, जो इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई मदा ज़िल्लोहुल आली के नेतृत्व मे ईरान की सीमाओं के उल्लंघन और फिलिस्तीन और लेबनान के उत्पीड़ित लोगों के अत्याचार के जवाब मे अत्याचारी,  क्रूर, बेशर्म और कुख्यात ज़ायोनी शासन के खिलाफ किया गया, जिससे दुनिया भर के स्वतंत्र लोगों और मुसलमानों और प्रतिरोध मोर्चे के दिलो मे मौजूद ग़म और गुस्से को खुशी और गर्व में बदल दिया। प्रतिरोध मोर्चे के नेता शहीद सय्यद हसन नसरुल्लाह की शहादत के दुःख से पीड़ित थे।

हौज़ा इल्मीया पूरी ईमानदारी के साथ देश के ग़य्यूर ज़िम्मेदारान, मुजाहिद रक्षकों, सेना के कमांडरों और सशस्त्र बलों को ईमानदारी से धन्यवाद देता हैं और इस्लामी गणराज्य और प्रतिरोध मोर्चे की रक्षा को अंतर्राष्ट्रीय मानको, शरई, बौद्धिक और मानवी मानको के अनुसार जानते हुए उसका पूर्ण समर्थन करते हैं।

ईरान का संपूर्ण सम्मानित राष्ट्र, उलमा फ़ुज़्ला, युवा, महिलाएं और पुरुष दृढ़ता से मांग करते हैं कि ज़ायोनी शासन और उसके समर्थक आपराधिक शासकों द्वारा किसी भी खतरे या हमले का कड़ा और निर्णायक जवाब दिया जाए।

"ولینصرن الله من ینصره ان الله لقوی عزیز वलेयनसरुन्नल्लाहो मन यनसोरोहू इन्नल्लाहा लेक़वी अज़ीज"

अली रज़ा आराफ़ी

ईरानी धार्मिक मदरसो के प्रमुख

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